अल्लू अर्जुन के गिरफ्तार होने और बाद में जमानत मिलने के मामले ने देश में एक बड़ी बहस छेड़ दी है। एक ओर जहां अभिनेता पर एक सिनेमाघर में भगदड़ मचने के मामले में मामला दर्ज किया गया, वहीं दूसरी ओर हाथरस में हुए एक बड़े धार्मिक आयोजन में भगदड़ मचने पर आयोजक के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई नहीं हुई।
तेलंगाना में ‘पुष्पा 2’ के प्रीमियर के दौरान भगदड़ मचने के बाद अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि, बाद में उन्हें जमानत मिल गई। इस मामले में अभिनेता, उनकी सुरक्षा टीम और थिएटर प्रबंधन के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 105 और 118 (1) के तहत मामला दर्ज किया गया था।
इस घटना के बाद से सोशल मीडिया पर कई लोगों ने अल्लू अर्जुन के मामले की तुलना हाथरस में हुए धार्मिक आयोजन में हुई भगदड़ से की है। हाथरस में हुए इस आयोजन में 121 लोगों की जान चली गई थी। इस मामले में आयोजक, नारायण साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा, के खिलाफ कोई भी कड़ी कार्रवाई नहीं हुई थी। एक न्यायिक आयोग ने इस मामले की जांच की थी, लेकिन भोले बाबा के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।