दुर्ग: भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद देशभर में पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश है। ऐसे में छत्तीसगढ़ के किसानों ने भी देश के समर्थन में बड़ा फैसला लिया है। दुर्ग जिले के धमधा ब्लॉक के किसानों ने पाकिस्तान को टमाटर भेजना पूरी तरह से बंद कर दिया है। साथ ही, बांग्लादेश को भी टमाटर न भेजने का संकल्प लिया है।
धमधा से हर साल जाता था लाखों टन टमाटर:
धमधा ब्लॉक में करीब 9514 हेक्टेयर में टमाटर की खेती होती है। यहां से हर साल करीब 1.90 लाख मीट्रिक टन टमाटर का उत्पादन होता है। किसानों के अनुसार, इसमें से लगभग 1.10 लाख मीट्रिक टन टमाटर अब तक दलालों के जरिए पाकिस्तान भेजा जाता था।
अब देश के लिए टमाटर उगाएंगे किसान:
किसानों का कहना है कि अब वे टमाटर केवल देश के भीतर भेजेंगे। उनका माल अब नागपुर, नासिक, दिल्ली, उत्तरप्रदेश और आंध्रप्रदेश जैसे राज्यों में जा रहा है। उन्हें वहां भी अच्छा दाम मिल रहा है – लगभग 200 रुपए प्रति कैरेट।
किसानों ने खुद लिया फैसला:
डोमा पथरिया, पथरिया, कन्हारपुरी और आसपास के गांवों के सैकड़ों किसानों ने खुद से यह निर्णय लिया है कि वे अब पाकिस्तान या बांग्लादेश को टमाटर नहीं भेजेंगे। किसानों का कहना है कि यह उनका छोटा सा योगदान है देश के लिए।
एजेंटों से तोड़ा संपर्क:
पाकिस्तान तक टमाटर पहुंचाने वाले एजेंट रायपुर से काम करते थे। वे लोकल एजेंटों के जरिए किसानों से सौदा तय करते थे। अब किसानों ने ऐसे एजेंटों से संपर्क बंद कर दिया है।