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भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रचा इतिहास

भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रचा इतिहास: साउथ अफ्रीका को हराकर बनी विश्व चैंपियन, बीसीसीआई ने किया ₹51 करोड़ इनाम का ऐलान

by Desk 1

नई दिल्ली। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने आईसीसी विमेंस वर्ल्ड कप 2025 में इतिहास रचते हुए पहली बार विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया है। अपनी ही धरती पर खेले गए इस रोमांचक फाइनल में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से मात दी। यह जीत भारतीय क्रिकेट इतिहास का स्वर्णिम अध्याय बन गई है, क्योंकि 52 साल के लंबे इंतजार के बाद महिला टीम ने वर्ल्ड कप ट्रॉफी अपने नाम की है।

बीसीसीआई का बड़ा ऐलान — महिला क्रिकेटरों को ₹51 करोड़ का इनाम

टीम इंडिया की इस ऐतिहासिक जीत के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने बड़ा ऐलान किया है। बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने बताया कि महिला विश्व कप विजेता टीम को ₹51 करोड़ रुपये का नकद इनाम दिया जाएगा। उन्होंने कहा — “1983 में कपिल देव की टीम ने जैसे पुरुष क्रिकेट को नया आयाम दिया था, वैसे ही हरमनप्रीत कौर की टीम ने भारतीय क्रिकेट में नया इतिहास रचा है।”

सैकिया ने यह भी बताया कि बीसीसीआई सचिव जय शाह के नेतृत्व में महिला क्रिकेट में कई अहम बदलाव हुए हैं। Pay Parity Policy के तहत अब महिला और पुरुष खिलाड़ियों को समान मैच फीस मिलती है। साथ ही, जय शाह ने हाल ही में ICC Women’s World Cup Prize Pool में 300% की बढ़ोतरी कर इसे 14 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाया है।

फाइनल में रोमांच — भारत की बल्लेबाजों का शानदार प्रदर्शन

फाइनल मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 7 विकेट पर 298 रन बनाए। शेफाली वर्मा ने 87 रनों की धमाकेदार पारी खेली। स्मृति मंधाना ने 45 रन बनाए और पारी को मजबूत शुरुआत दी। दीप्ति शर्मा (58) और ऋचा घोष (34) ने अंत में तेज़ बल्लेबाजी करते हुए स्कोर को चुनौतीपूर्ण बनाया। दक्षिण अफ्रीका की ओर से आयाबोंगा खाका ने 3 विकेट झटके।

लक्ष्य का पीछा करते हुए साउथ अफ्रीका की टीम अच्छी शुरुआत के बावजूद भारतीय गेंदबाजों के आगे टिक नहीं पाई और 45.3 ओवर में 246 रन पर ढेर हो गई। रेणुका सिंह ठाकुर ने अपनी स्विंग से बल्लेबाजों को परेशान किया, जबकि शेफाली वर्मा ने अपनी स्पिन से दो महत्वपूर्ण विकेट चटकाए।

52 साल बाद टूटा इंतज़ार — भारतीय महिला क्रिकेट का स्वर्ण युग शुरू

1973 में महिला वनडे वर्ल्ड कप की शुरुआत के बाद से भारत दो बार (2005 और 2017) फाइनल तक पहुंचा, लेकिन ट्रॉफी नहीं जीत सका था। इस बार हर खिलाड़ी ने मिलकर सपनों को हकीकत में बदला। कप्तान हरमनप्रीत कौर का नेतृत्व, मंधाना की शालीन बल्लेबाजी, शेफाली का ऑलराउंड प्रदर्शन और रेणुका की घातक गेंदबाजी ने मिलकर इस जीत को अमर बना दिया।

देशभर में जश्न, ‘Women in Blue’ बनीं नई पहचान

टीम इंडिया की इस ऐतिहासिक जीत पर प्रधानमंत्री, खेल मंत्री और कई बॉलीवुड सितारों ने बधाई दी। सोशल मीडिया पर #WomenInBlue और #WorldChampions ट्रेंड कर रहे हैं। यह जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि हर भारतीय बेटी के संघर्ष, समर्पण और सपनों की जीत है। बीसीसीआई का ₹51 करोड़ का इनाम इस टीम की मेहनत और जुनून को सलाम है — जिसने दुनिया को दिखा दिया कि भारतीय महिला क्रिकेट अब किसी भी मायने में पुरुष टीम से कम नहीं।

 

 

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