रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से अयोध्या धाम के लिए एक और विशेष तीर्थयात्रा ट्रेन रवाना हुई, जिसमें 850 श्रद्धालु प्रभु श्रीराम के दर्शन के लिए निकले। रायपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 7 पर यात्रा की शुरुआत “जय श्रीराम” के गगनभेदी नारों के साथ हुई, जहां माहौल श्रद्धा, उत्साह और छत्तीसगढ़ी परंपरा से सराबोर रहा।
इस पवित्र यात्रा को प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘राम दर्शन गारंटी’ को साकार कर रही है। उन्होंने बताया कि योजना के तहत अब तक 22,000 से अधिक श्रद्धालु अयोध्या भेजे जा चुके हैं, जबकि लक्ष्य 20,000 था।
काशी और अयोध्या—दोनों तीर्थों का लाभ
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि इस यात्रा में अयोध्या के साथ श्रद्धालुओं को काशी विश्वनाथ धाम के दर्शन का भी सौभाग्य मिल रहा है। सरकार की ओर से वित्तीय वर्ष 2025-26 में 36 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है, ताकि अधिक से अधिक नागरिक लाभान्वित हो सकें।
तीर्थ दर्शन से सांस्कृतिक पुनर्जागरण
सीएम विष्णु देव साय ने कहा,“श्री रामलला तीर्थ दर्शन योजना केवल एक धार्मिक पहल नहीं है, बल्कि छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक चेतना को सशक्त करने का माध्यम है। हमारा उद्देश्य है कि प्रदेश का हर नागरिक, विशेषकर बुज़ुर्ग और वंचित वर्ग, अपने जीवन में एक बार श्रीराम जन्मभूमि के दर्शन कर सके।”
ट्रेन रवाना, रंग-बिरंगे स्वागत के साथ
इस विशेष अवसर पर राजस्व, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने दोपहर 1 बजे हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना किया। प्लेटफॉर्म पर श्रद्धालुओं का स्वागत पारंपरिक छत्तीसगढ़ी लोकनृत्य और वाद्ययंत्रों से किया गया। IRCTC प्रतिनिधियों ने तिलक लगाकर यात्रियों का अभिनंदन किया।
27 ट्रेनों में हजारों श्रद्धालु, और जारी है यात्रा
अब तक 27 विशेष ट्रेनें छत्तीसगढ़ के अलग-अलग क्षेत्रों से अयोध्या रवाना हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि यह यात्रा अनवरत जारी रहेगी, जब तक हर इच्छुक नागरिक प्रभु श्रीराम के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त न कर ले।