रायपुर। पंडित रवि शंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर के सभागार में 14 दिसंबर को छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति 2024-30 और उद्यमिता के अवसरों पर केंद्रित सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सचिदानंद शुक्ला और छत्तीसगढ़िया वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ के अध्यक्ष शेखर वर्मा उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में (सीएसआईडीसी) उद्योग विभाग के उपसंचालक अभय त्रिपाठी, खादी ग्रामोद्योग विभाग के वरिष्ठ अधिकारी अनुप श्रीवास्तव, (केवीआईसी) और (सीआईटीसीओएन) के डायरेक्टर प्रसन्ना निमोनकर, उद्यमिता ट्रेनर रजनी चंद्रवंशी, एवं विभिन्न राष्ट्रीयकृत बैंकों के वरिष्ठ अधिकारियों ने नई औद्योगिक नीति और सरकार की योजनाओं के विषय में जानकारी दी।
युवाओं को मिला मार्गदर्शन:
इस सेमिनार का उद्देश्य स्थानीय युवाओं को औद्योगिक नीति का लाभ दिलाते हुए उन्हें उद्योग और व्यापार के क्षेत्र में कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित करना था। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पंडित रवि शंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के छात्र, युवा उद्यमी, और नए स्टार्टअप से जुड़े युवा शामिल हुए।
कुलपति प्रो. सचिदानंद शुक्ला ने अपने संबोधन में कहा, “हमारे युवाओं को नौकरियों के पीछे भागने के बजाय रोजगार देने वाला बनना चाहिए। विश्वविद्यालय ऐसे कार्यक्रमों के लिए हमेशा तैयार है और युवा उद्यमियों को हर संभव सहयोग देगा।”
छत्तीसगढ़िया वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ की पहल:
संघ के प्रदेश अध्यक्ष शेखर वर्मा ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, “छत्तीसगढ़ के युवा व्यापार और उद्योग में पीछे हैं। हमें आने वाली पीढ़ी को उद्योग और व्यापार के लिए प्रेरित करना होगा ताकि वे रोजगार सृजन में योगदान दे सकें।” उन्होंने यह भी बताया कि संघ 2025 में बड़े मोटिवेशनल स्पीकर को आमंत्रित करने की योजना बना रहा है, ताकि युवाओं को व्यापार में आने वाली समस्याओं का समाधान मिल सके।
सदस्यता अभियान भी जारी:
प्रदेश मीडिया प्रभारी ईश्वर पटेल ने जानकारी दी कि महासंघ द्वारा सदस्यता अभियान भी चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य स्थानीय व्यापारियों को एक मंच पर लाकर उनके व्यापार को बढ़ावा देना है।
इस कार्यक्रम में दिलीप टिकरिया, ललित साहू, लक्ष्मण साहू, ईश्वर पटेल, कुबेर चंद्राकर, विनोद रात्रे, सुनिल चंद्राकर, जितेंद्र चंद्राकर, राहुल सोनी, धर्मेंद्र पटेल, त्रिलोचन साहू और महेश साहू सहित बड़ी संख्या में युवा उद्यमी और स्टार्टअप से जुड़े लोग उपस्थित रहे।
यह आयोजन युवाओं में उद्यमिता की जागरूकता बढ़ाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।