रायपुर: इस बार मानसून ने समय से पहले ही केरल में दस्तक दे दी है और अब यह तेज़ी से उत्तर और पूर्व की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, यह पिछले पांच वर्षों में मानसून के सबसे जल्दी आगमन की स्थिति है। आमतौर पर छत्तीसगढ़ में मानसून की आमद 13 जून के आसपास होती है, लेकिन इस बार इसके 8 जून तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। यह पांच दिन पहले मानसून के आगमन को दर्शाता है।
बस्तर में सबसे पहले पहुंचेगा मानसून:
प्रदेश में मानसून की शुरुआत बस्तर संभाग से होती है और इस बार भी यह दक्षिणी जिलों से प्रवेश करेगा। मौसम विभाग ने बस्तर सहित दक्षिणी जिलों में भारी बारिश की चेतावनी देते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि बाकी जिलों में येलो अलर्ट लागू किया गया है।
तापमान में मामूली गिरावट:
बारिश के बावजूद तापमान में बड़ी गिरावट दर्ज नहीं की गई है। 25 मई को अधिकतम तापमान 34.4°C था, जो 26 मई को हल्की गिरावट के साथ 34.1°C पर पहुंचा। न्यूनतम तापमान में कुछ अंतर देखा गया, जिसमें दुर्ग का 22.2°C सबसे कम रहा। वहीं बिलासपुर 36.9°C के साथ सबसे गर्म रहा।
भारी बारिश की संभावना वाले जिले:
मौसम विभाग ने आज भी कई जिलों में बारिश की संभावना जताई है। कुछ जगहों पर भारी, तो कई स्थानों पर मध्यम से हल्की बारिश हो सकती है। भारी बारिश की संभावना वाले जिले में गरियाबंद, मोहला-मानपुर, कांकेर, कोंडागांव, बस्तर, सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर ।
हल्की से मध्यम बारिश की संभावना:
बालोद, मनेन्द्रगढ़-भरतपुर-चिरमिरी, कोरिया, गौरेला-पेंड्रा-मारवाही, मुंगेली, रायगढ़, सारंगढ़, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, बलौदाबाजार, कोरबा, सरगुजा, सूरजपुर, बलरामपुर, जशपुर, दंतेवाड़ा ।
अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकती है बारिश:
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले तीन-चार दिनों तक प्रदेश में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। नमी के चलते उमस बढ़ सकती है, लेकिन तापमान में किसी बड़ी गिरावट की संभावना नहीं है। इस समय मौसम में तेजी से बदलाव हो रहा है, ऐसे में नागरिकों को सतर्क रहने की ज़रूरत है। विभाग द्वारा जारी अलर्ट का पालन करना आवश्यक है, खासकर उन इलाकों में जहां बिजली गिरने की घटनाएं आम हैं।