नई दिल्ली: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने एक अहम कदम उठाते हुए आम जनता को छोटे नोटों की समस्या से निजात दिलाने की दिशा में बड़ा फैसला लिया है। अब सभी बैंकों और व्हाइट लेबल ATM ऑपरेटर्स (WLAOs) को निर्देश दिए गए हैं कि वे ATM में ₹100 और ₹200 के नोटों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करें।
क्या है नया नियम?
RBI ने स्पष्ट किया है कि:
30 सितंबर 2025 तक हर ATM में कम से कम एक कैसेट में ₹100 या ₹200 के नोट होने चाहिए।
31 मार्च 2026 तक 90% ATM को इस व्यवस्था के अनुरूप अपग्रेड करना अनिवार्य होगा।
इस फैसले का उद्देश्य है आम लोगों के लिए रोजमर्रा की जरूरतों में छोटे नोटों की सुगम उपलब्धता और बड़ी राशि के नोटों से होने वाली असुविधा को कम करना।
क्यों जरूरी था यह कदम?:
अभी तक ATM से ज्यादातर ₹500 के नोट ही निकलते हैं, जिससे सब्जी, किराना, ऑटो-रिक्शा या छोटे दुकानों पर भुगतान करना लोगों के लिए एक चुनौती बन जाता है। छोटे नोटों की सप्लाई बढ़ने से न केवल आम जनता को राहत मिलेगी, बल्कि छोटे व्यापारियों और लोकल दुकानदारों को भी इसका सीधा लाभ होगा।
ATM ट्रांजैक्शन फीस में भी बदलाव
RBI ने इसके साथ-साथ ATM ट्रांजैक्शन फीस में भी बदलाव किए हैं, जो 1 मई 2025 से लागू होंगे: