मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक के बाद वहां सर्किट हाउस में आयोजित कार्यक्रम में जनजातीय परंपरा के संरक्षक बैगा, गुनिया और सिरहा को शाल और श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय समुदाय के बैगा, गुनिया और सिरहा को अब हर वर्ष 5-5 हजार रुपये की सम्मान निधि दी जाएगी। यह पहल जनजातीय समाज की सांस्कृतिक परंपराओं को प्रोत्साहन देने के साथ उनके आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार जनजातीय समाज की संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण और विकास के लिए प्रतिबद्ध है। इस तरह के फैसले छत्तीसगढ़ के जनजातीय क्षेत्रों को आत्मनिर्भर बनाने और उनके गौरव को बढ़ाने में सहायक साबित होंगे। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने जनजातीय समुदाय की परंपराओं को संजोने और उन्हें समाज के विकास में भागीदार बनाने के महत्व पर जोर दिया। इस दौरान वनमंत्री श्री केदार कश्यप, विधायक जगदलपुर श्री किरण देव, पूर्व विधायक महेश गागड़ा सहित स्थानीय जनप्रनिधिगण उपस्थित थे।