सर्दी का मौसम आते ही ठंड के कारण सर्दी-जुकाम, गले में खराश, और इम्यूनिटी कमजोर होने की समस्या आम हो जाती है। ऐसे में काढ़ा न केवल शरीर को गर्म रखता है बल्कि रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। आयुर्वेद में काढ़े का विशेष महत्व है। आइए जानते हैं सर्दियों में कौन सा काढ़ा सबसे अधिक लाभकारी होता है।
1.तुलसी-अदरक का काढ़ा
तुलसीऔर अदरक सर्दी-जुकाम के लिए रामबाण माने जाते हैं।
विधि:
1.एक गिलास पानी में 7-8 तुलसी के पत्ते और एक छोटा टुकड़ा अदरक कद्दूकस करके डालें।
2.इसे 10-15 मिनट तक उबालें।
3.स्वाद के लिए थोड़ा शहद मिलाएं और गर्मागरम पिएं।
फायदे:
गलेकी खराश और सर्दी-जुकाम में आराम देता है।
इम्यूनिटीको मजबूत करता है।
2.हल्दी-दूध का काढ़ा
हल्दीमें एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो संक्रमण को रोकने में मदद करते हैं।
विधि:
1.एक गिलास दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर धीमी आंच पर उबालें।
2.सोने से पहले इसे पिएं।
फायदे:
शरीरको गर्म रखता है।
जुकामऔर खांसी में राहत देता है।
3.लौंग, दालचीनी और काली मिर्च का काढ़ा
येमसाले एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होते हैं।
विधि:
1.एक गिलास पानी में 2-3 लौंग, एक छोटा टुकड़ा दालचीनी, और 4-5 काली मिर्च डालकर उबालें।
2.इसे छानकर गर्म पिएं।
फायदे:
शरीरको गर्म रखने में मदद करता है।
सर्दीसे बचाव करता है।
4.गिलोय का काढ़ा
गिलोयएक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक औषधि है, जो इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए जानी जाती है।
विधि:
1.गिलोय की ताजी डंडी को कूटकर पानी में उबालें।
2.इसमें तुलसी और काली मिर्च भी मिला सकते हैं।
फायदे:
सर्दी-जुकामऔर बुखार में आराम देता है।
शरीरको डिटॉक्स करता है।
5.अजवाइन और मेथी का काढ़ा
यहकाढ़ा पाचन को मजबूत बनाता है और शरीर को ठंड से बचाता है।
विधि:
1.एक गिलास पानी में आधा चम्मच अजवाइन और मेथी के दाने डालें।
2.इसे 10-12 मिनट तक उबालें और छानकर पिएं।
फायदे:
ठंडके कारण होने वाले पेट दर्द में राहत देता है।
शरीरको गर्म रखता है।
सर्दीमें काढ़ा पीने के फायदे
1.इम्यूनिटी को मजबूत करता है।
2.गले की खराश और सर्दी-जुकाम से बचाव करता है।
3.शरीर को गर्म और ऊर्जावान बनाए रखता है।
4.ठंड के कारण होने वाले संक्रमण से बचाव करता है।